बागेश्वर धाम का बीज मंत्र "ॐ बागेश्वराय वीर वीराय हूँ फट स्वाहा" है। यह मंत्र बागेश्वर बालाजी महाराज को समर्पित है। इस मंत्र के जाप से बागेश्वर बालाजी की कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
इस मंत्र के प्रत्येक शब्द का अपना विशेष अर्थ है:
"ॐ" एक बीजाक्षर है जो ब्रह्मांड की शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है।
"बागेश्वराय" भगवान शिव का एक नाम है।
"वीर" शक्ति का प्रतीक है।
"वीराय" पराक्रम का प्रतीक है।
"हूँ" एक शक्तिशाली बीजाक्षर है जो आत्म शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है।
"फट" शक्ति का प्रतीक है।
"स्वाहा" अग्नि देवता का नाम है।
इस मंत्र का जाप नियमित रूप से करने से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
* सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है और बागेश्वर बालाजी की कृपा प्राप्त होती है
* शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
* धन-धान्य में वृद्धि होती है।
* परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
* सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
इस मंत्र का जाप सुबह और शाम 108 बार करना चाहिए। जाप करते समय मन को एकाग्र करना चाहिए और बागेश्वर बालाजी महाराज के प्रति पूर्ण श्रद्धा और भक्ति रखनी चाहिए।
भूत बाधा के लिए बागेश्वर धाम का बीज मंत्र :
कई कथाओं में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा बागेश्वर धाम का बीज मंत्र "ॐ बम बागेश्वराय वीर वीराय हूँ फट स्वाहा" बताया गया है। बागेश्वर धाम के कथा वाचक कहते हैं की जिस भी व्यक्ति को भूत बाधा से परेशानी है वह इस मंत्र का नित्य जाप करे। एवं अगर हो सके तो बागेश्वर धाम में हर मंगलवार को प्रेत राज सरकार का दिव्य दरबार लगता है। भूत बाधा से पीड़ित व्यक्ति को दरबार में लाने से प्रेत राज सरकार की मार लगती है और पीड़ित जल्दी ठीक हो जाता है।
बागेश्वर धाम का मंत्र "ओम बागेश्वराय नमः" प्रत्येक शब्द का अपना विशेष अर्थ है:
"ॐ" एक बीजाक्षर है जो ब्रह्मांड की शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। यह मंत्र के जाप को शक्ति प्रदान करता है।
"बागेश्वराय" भगवान शिव का एक नाम है। भगवान शिव को बागेश्वर भी कहा जाता है। यह मंत्र के जाप से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
"नमः" एक नमस्कार शब्द है। यह भगवान शिव के प्रति भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है।
"बागेश्वराय" भगवान शिव का एक नाम है। भगवान शिव को बागेश्वर भी कहा जाता है। यह मंत्र के जाप से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
"नमः" एक नमस्कार शब्द है। यह भगवान शिव के प्रति भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है।
इस प्रकार, बागेश्वर धाम का बीज मंत्र "ओम बागेश्वराय नमः" एक ऐसा मंत्र है जो भगवान शिव और बागेश्वर बालाजी महाराज की कृपा प्राप्त करने और सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए जाप किया जाता है।
इस मंत्र का जाप सुबह और शाम 108 बार करना चाहिए। जाप करते समय मन को एकाग्र करना चाहिए और भगवान शिव और बागेश्वर बालाजी महाराज के प्रति पूर्ण श्रद्धा और भक्ति रखनी चाहिए।
बागेश्वर धाम का मंत्र "ओम सन्यासी देवाय नमः" प्रत्येक शब्द का अपना विशेष अर्थ है:
"ॐ" एक बीजाक्षर है जो ब्रह्मांड की शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। यह मंत्र के जाप को शक्ति प्रदान करता है।
"सन्यासी" शब्द का अर्थ है "त्यागी" या "संन्यासी"। यह मंत्र सन्यासी बाबा को समर्पित है।
"देवाय" शब्द का अर्थ है "देवता"। यह मंत्र सन्यासी बाबा को देवता के रूप में स्वीकार करता है।
"नमः" एक नमस्कार शब्द है। यह सन्यासी बाबा के प्रति भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है।
इस प्रकार, बागेश्वर धाम का मंत्र "ओम सन्यासी देवाय नमः" एक ऐसा मंत्र है जो सन्यासी बाबा की कृपा प्राप्त करने के लिए जाप किया जाता है।
इस मंत्र का जाप सुबह और शाम 108 बार करना चाहिए। जाप करते समय मन को एकाग्र करना चाहिए और सन्यासी बाबा के प्रति पूर्ण श्रद्धा और भक्ति रखनी चाहिए।
यह मंत्र सभी तरह के नकारात्मक विचारों को समाप्त कर देता है और हृदय को निर्मल बनाकर भक्ति भाव का संचार करता है। यह मंत्र सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने में भी मदद करता है।
इस प्रकार बागेश्वर धाम के तीन मंत्र हैं
- ओम बागेश्वराय नमः
- ॐ बागेश्वराय वीर वीराय हूँ फट स्वाहा
- ओम सन्यासी देवाय नमः
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