बागेश्वर धाम का नियम क्या है? : bageshwar dham ka niyam kya hai?

shreeram kushwaha

 बागेश्वर धाम का नियम क्या है? : bageshwar dham ka niyam kya hai?

bageshwar dham ka niyam kya hai?
 bageshwar dham ka niyam kya hai?


बागेश्वर धाम ग्राम गढ़ा छतरपुर (मध्य प्रदेश) में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यहाँ हनुमान जी का भव्य मंदिर है, जो कि दूर-दूर से भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है। बागेश्वर धाम के भक्तों को कुछ नियमों का पालन करना होता है, जिनका पालन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।


बागेश्वर धाम के नियम निम्नलिखित हैं :

01. लहसुन और प्याज का सेवन नहीं करना : लहसुन और प्याज का सेवन नहीं करना है। लहसुन और प्याज के सेवन से शरीर में दुर्गंध आती है, जो भगवान को अप्रिय लगती है। इसलिए, बागेश्वर धाम में लहसुन और प्याज का सेवन करना निषिद्ध है।


02. मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना  : मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना है। मांस और मदिरा का सेवन करने से मनुष्य का मन दूषित हो जाता है, जिससे वह भगवान की भक्ति में लीन नहीं हो सकता। इसलिए, बागेश्वर धाम में मांस और मदिरा का सेवन करना भी निषिद्ध है।


03. ॐ बगेश्वराय नमः मंत्र का जाप करना : ॐ बगेश्वराय नमः मंत्र का जाप करना है। ॐ बगेश्वराय नमः मंत्र हनुमान जी का मंत्र है। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।


04.धाम की पेशी करना : धाम की पेशी करनी है। बागेश्वर धाम में भक्तों को नियमित रूप से पेशी करनी होती है। पेशी करने से भक्तों का भगवान से सीधा संपर्क होता है और वह उनकी मनोकामनाओं को सुनते हैं।


05. जिनका पर्चा बन गया है, उन्हें जरूरी मंगलवार या शनिवार की पेशी करना : जिनका पर्चा बन गया है, उन्हें जरूरी मंगलवार या शनिवार की पेशी करनी है। बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के बाद भक्तों को एक पर्चा मिलता है। जिनका पर्चा बन गया है, उन्हें जरूरी मंगलवार या शनिवार को धाम की पेशी करनी होती है।


06. सन्यासी बाबा का स्मरण करना : सन्यासी बाबा का स्मरण करना है। बागेश्वर धाम के संस्थापक सन्यासी बाबा थे। सन्यासी बाबा का स्मरण करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।


07. घर की छत पर झंडा लगाना : घर की छत पर झंडा लगाना है। घर की छत पर झंडा लगाने से घर में सुख-शांति का वास होता है और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।


इन नियमों का पालन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

इन नियमों के पीछे की मान्यता यह है कि लहसुन और प्याज का सेवन करने से शरीर में दुर्गंध आती है, जो भगवान को अप्रिय लगती है। मांस और मदिरा का सेवन करने से मनुष्य का मन दूषित हो जाता है, जिससे वह भगवान की भक्ति में लीन नहीं हो सकता। ॐ बगेश्वराय नमः मंत्र का जाप करने से भगवान का ध्यान होता है। धाम की पेशी करने से भगवान से सीधे संपर्क होता है। सन्यासी बाबा का स्मरण करने से उनका आशीर्वाद मिलता है। घर की छत पर झंडा लगाने से घर में सुख-शांति का वास होता है।

बागेश्वर धाम उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में स्थित है। यह एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहाँ दूर-दूर से भक्त आते हैं।


बागेश्वर धाम के नियमों का महत्व : bageshwa dham ke niyam ka mahatwa


बागेश्वर धाम के नियमों का महत्व निम्नलिखित है:


  • ये नियम भक्तों को भगवान की भक्ति में लीन करने में मदद करते हैं।

  • ये नियम भक्तों को आध्यात्मिक विकास में मदद करते हैं।

  • ये नियम भक्तों के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाते हैं।


बागेश्वर धाम के भक्तों के अनुभव : bageshwar dham ke bhakton ke anubhav

बागेश्वर धाम के कई भक्तों ने बताया कि नियमों का पालन करने से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण हुई हैं। कुछ भक्तों ने बताया कि उन्हें धाम में आकर शांति और सुख-शांति का अनुभव हुआ है। कुछ भक्तों ने बताया कि उन्होंने धाम में आकर आध्यात्मिक विकास किया है।

बागेश्वर धाम एक ऐसा स्थान है, जहाँ भक्तों को शांति और सुख-शांति का अनुभव होता है। नियमों का पालन करके भक्त अपनी मनोकामनाएं पूर्ण कर सकते हैं और आध्यात्मिक विकास कर सकते हैं।


बागेश्वर धाम के नियमों के बारे में कुछ और जानकारी :

लहसुन और प्याज के अलावा, बागेश्वर धाम में किसी भी तरह के मांस, मछली, अंडे, शराब, शराब, तम्बाकू, गुटखा, सिगरेट आदि का सेवन करना भी निषिद्ध है।

धाम की पेशी करने से पहले, भक्तों को शुद्धि के लिए स्नान करना चाहिए।

धाम में प्रवेश करते समय, भक्तों को अपने जूते उतारने चाहिए।

धाम में, भक्तों को शांति बनाए रखनी चाहिए और किसी भी तरह का शोर-शराबा नहीं करना चाहिए।

धाम में, भक्तों को किसी भी तरह की कुरीतियां नहीं करनी चाहिए।


बागेश्वर धाम के नियम पालन के फायदे : bageshwar dham ke niyam palan ke fayde

बागेश्वर धाम के नियमों का पालन करने के कई फायदे हैं 

भक्तों को भगवान की भक्ति में लीन होने में मदद मिलती है : बागेश्वर धाम के नियमों का पालन करने से भक्तों का मन शुद्ध होता है और वे भगवान की भक्ति में लीन हो पाते हैं। लहसुन और प्याज का सेवन करने से शरीर में दुर्गंध आती है, जो भगवान को अप्रिय लगती है। मांस और मदिरा का सेवन करने से मनुष्य का मन दूषित हो जाता है, जिससे वह भगवान की भक्ति में लीन नहीं हो सकता। ॐ बगेश्वराय नमः मंत्र का जाप करने से भक्तों का मन भगवान में केंद्रित हो जाता है। धाम की पेशी करने से भक्तों का सीधा संपर्क भगवान से होता है।

Note : यदि भक्त इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उनका मन दूषित रहता है और वे भगवान की भक्ति में लीन नहीं हो पाते हैं। इससे उनकी मनोकामनाएं पूर्ण नहीं हो सकती हैं।

भक्तों को आध्यात्मिक विकास में मदद मिलती है : बागेश्वर धाम के नियमों का पालन करने से भक्तों का आध्यात्मिक विकास होता है। लहसुन और प्याज का सेवन न करने से भक्तों का शरीर स्वस्थ रहता है, जिससे वे ध्यान और योग जैसे आध्यात्मिक अभ्यासों में अधिक ध्यान केंद्रित कर पाते हैं। मांस और मदिरा का सेवन न करने से भक्तों का मन शांत रहता है, जिससे वे आत्म-चिंतन और आत्म-साक्षात्कार में अधिक रुचि लेते हैं। ॐ बगेश्वराय नमः मंत्र का जाप करने से भक्तों का मन ईश्वर के प्रति समर्पित हो जाता है। धाम की पेशी करने से भक्तों को भगवान की कृपा प्राप्त होती है।

Note : यदि भक्त इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उनके शरीर और मन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे उनका आध्यात्मिक विकास बाधित हो सकता है।


भक्तों के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है : बागेश्वर धाम के नियमों का पालन करने से भक्तों के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। लहसुन और प्याज का सेवन न करने से भक्तों का शरीर स्वस्थ रहता है, जिससे वे अधिक ऊर्जावान और सक्रिय रहते हैं। मांस और मदिरा का सेवन न करने से भक्तों का मन शांत रहता है, जिससे वे अपने जीवन में अधिक सफलता प्राप्त करते हैं। ॐ बगेश्वराय नमः मंत्र का जाप करने से भक्तों का मन भगवान के प्रति समर्पित हो जाता है, जिससे वे अपने जीवन में अधिक ईमानदार और सच्चे बनते हैं। धाम की पेशी करने से भक्तों को भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे उनके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

Note : यदि भक्त इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उनके जीवन में परेशानियां और कठिनाइयां आ सकती हैं। इससे उनके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि नहीं आ सकती है।


बागेश्वर धाम के नियमों का पालन करना भक्तों के लिए एक लाभकारी अनुभव है। इन नियमों का पालन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और वे आध्यात्मिक विकास कर सकते हैं।


यह भी पढ़ें

क्या आप जानते हैं बागेश्वर धाम का बीज मंत्र क्या है